![](https://mirrormedia.co.in/wp-content/uploads/2024/02/WhatsApp-Image-2024-02-13-at-12.46.50.jpeg)
देश: पंजाब-हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसान संगठन न्यूनतम समर्थन मूल्य( एमएसपी )की गारंटी को लेकर कानून बनाने समेत अपनी और कई मांगों को केन्द्र सरकार से स्वीकार कराने के लिए विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है। बड़ी संख्या में किसान दिल्ली की सीमाओं पर तैनात हो चुके हैं। साल 2021 के प्रदर्शन की तरह ही इस बार भी किसान अपनी मांगों के लिए विरोध पर उतरे हैं। किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए राज्यों की सीमाओं पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
इसी बीच शंभू बॉर्डर पर किसानों द्वारा पुलिस पर पथराव किया गया। जिसके बाद पुलिस ने कई बार आंसू गैस के गोले छोड़े। जिससे पूरा इलाका सफेद चादर में लिपट गया। आंसूगैस के गोलों के कारण किसान एक बार पीछे हटे, लेकिन धुंआ कम होते से किसान तुंरत सामने आ गए। मौके पर अभी हजारों किसान, फतेहगढ़ साहिब से पांच हजार से अधिक ट्रैक्टर अभी रास्ते में हैं।
स्थिति को देखते हुए पंजाब-हरियाणा सीमा पर दो कैरिजवे पर भारी पुलिस उपस्थिति और बैरिकेडिंग की गई है क्योंकि पंजाब के फतेहगढ़ साहिब के किसानों ने अपना दिल्ली चलो विरोध मार्च शुरू कर दिया है।
वहीं किसानों का दिल्ली कोच को लेकर दिल्ली के रजोकरी बॉर्डर और कापसहेड़ा बॉर्डर, बिजवासन बॉर्डर पर लगाए गए बैरिकेड्स पर वाहनों की जांच की दौरान शहर की सड़के जाम हो गई जिसके चलते गुरुग्राम फरीदाबाद रोड स्थित बंधवाड़ी टोल पर लंबा जाम लग गया। जिससे आम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।