आंकलन परीक्षा का झारखंड राज्य प्रशिक्षित सहायक अध्यापक संंघ ने जताया विरोध : कहा 22 वर्षो की सेवा व अंतिम पड़ाव में शामिल सहायक अध्यापकों को मिला है गहरा धक्का
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आंकलन परीक्षा के नाम पर टेट/ सीटेट से भी ऊपर लेवल का सुपर टेट
मिरर मीडिया : झारखंड राज्य में 1 से 5 के कार्यरत सहायक अध्यापकों द्वारा जैक एवं राज्य के शिक्षा विभाग के ख़िलाफ आक्रोश देखा गया।
वहीं झारखंड राज्य प्रशिक्षित सहायक अध्यापक संंघ ने भी आकलन परीक्षा के नाम पर अत्यधिक कठिन प्रश्न पूछे जाने पर नाराजगी जताते हुए विरोध किया।
दरअसल शिक्षकों के लिए आंकलन परीक्षा का आयोजन किया गया था जिसको लेकर झारखंड राज्य प्रशिक्षित सहायक अध्यापक संंघ ने जैक एवं राज्य के शिक्षा अधिकारीयों पर नापाक इरादा रखकर आंकलन परीक्षा लेने का आरोप लगाया है। आंकलन परीक्षा के नाम पर टेट/ सीटेट से भी ऊपर लेवल का सुपर टेट लेने पर झारखंड राज्य प्रशिक्षित सहायक अध्यापक संंघ ने विरोध किया है।
इस बाबत संघ ने सवाल खड़ा करते हुए बताया कि यही कारण है कि कई बार मांगने पर सिलेबस एवं मॉडल प्रश्न सहायक अध्यापकों जबकि इस राज्य के मुख्यमंत्री सह शिक्षा मंत्री धृतराष्ट्र बनकर राज्य के सहायक अध्यापकों के बदहाली का तमाशा देख रहे है।
संघ ने आक्रोश जताते हुए कहा कि आज के परीक्षा से अधिकारीयों ने मिली भगत कर गंगा नदी कहकर षड्यंत्र के तहत गंदे नाले मे कुदा दिया। 22 वर्षो के सेवा के बाद आकलन परीक्षा मे अपने उज्जवल भविष्य की आस मे शामिल विकलांग, लकवाग्रस्त, बीमार, अपने अंतिम पड़ाव मे शामिल सहायक अध्यापकों को गहरा धक्का मिला है, जिससे प्राथमिक शिक्षा पर असर पड़ेगा।
इसको लेकर झारखंड राज्य प्रशिक्षित सहायक अध्यापक संंघ यथाशीघ्र राज्य स्तरीय बैठक कर जैक एवं सरकार के विरोध की रणनीति बनाई जाएगी। मौके पर विरोध करने वाले मे प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद सिद्दीक शेेख, जिला अध्यक्ष अशोक चक्रवर्ती, निलंबर रजवार, रमेश सिंह, छोटन राम,चंदन मोदक उपस्थित रहें।